Gen-Z का राजनीतिक मन: क्या है युवा मतदाताओं का रुझान? राजनीति Gen-z Political Power Nepal Protests

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Gen-Z का राजनीतिक मन: क्या है युवा मतदाताओं का रुझान? राजनीति Gen-z Political Power Nepal Protests

चाचा का धमाका की रिपोर्ट के अनुसार, हाल ही में नेपाल में हुए युवा-नेतृत्व वाले प्रदर्शनों ने दुनिया का ध्यान जेन-जी की बढ़ती राजनीतिक शक्ति की ओर खींचा है।

इस घटना ने भारत में भी राजनीतिक विश्लेषकों को यह समझने पर मजबूर कर दिया है कि देश के युवा मतदाताओं का मन क्या है और वे आगामी चुनावों में किस ओर रुख कर सकते हैं।

1997 और 2012 के बीच जन्मी इस पीढ़ी, जिसे जेन-जी कहा जाता है, आज 13 से 28 वर्ष की आयु के बीच है और भारतीय राजनीति के भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली है।

एक समय था जब राजनेता किसानों के पारंपरिक विरोधों से भय खाते थे, लेकिन अब उन्हें सोशल मीडिया पर सक्रिय रिंग-लाइट वाले युवाओं के प्रभाव से रूबरू होना पड़ रहा है।

पहला और सबसे महत्वपूर्ण सबक यह है कि इस पीढ़ी से उनका इंटरनेट कभी न छीनें, क्योंकि डिजिटल जुड़ाव उनके जीवन का अभिन्न अंग है।

विभिन्न ब्रांड्स, मनोरंजन उद्योग और मीडिया के लोग पहले से ही जेन-जी को आकर्षित करने में जुटे हैं, और अब प्रमुख राजनीतिक दल भी इस ओर ध्यान दे रहे हैं।

ये युवा अब केवल निष्क्रिय दर्शक नहीं, बल्कि सक्रिय हितधारक बन गए हैं जिनकी राय और प्राथमिकताएं सीधे तौर पर चुनावी परिणामों को प्रभावित करती हैं।

भारत में, राजनीतिक दल और नेता अब जेन-जी की आकांक्षाओं और चिंताओं को समझने की कोशिश कर रहे हैं।

कांग्रेस और बीजेपी जैसी प्रमुख पार्टियाँ अपने प्रचार के तरीकों में बदलाव कर रही हैं ताकि वे इस डिजिटल-साक्षर पीढ़ी तक पहुंच सकें।

पारंपरिक रैलियों और भाषणों के बजाय, सोशल मीडिया अभियान, इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग और सीधे ऑनलाइन संवाद जैसे तरीके अपनाए जा रहे हैं।

उदाहरण के तौर पर, राहुल गांधी जैसे नेता भी युवाओं से जुड़ने के नए तरीके आजमा रहे हैं, उनकी जीवनशैली और रुचियों को समझने का प्रयास कर रहे हैं।

जेन-जी को अक्सर हल्के में लिया जाता है, लेकिन उनकी सामूहिक निराशा या संतुष्टि चुनावी परिदृश्य को पूरी तरह से बदल सकती है।

यह स्पष्ट है कि भारतीय राजनीति के भविष्य को आकार देने में जेन-जी की भूमिका महत्वपूर्ण होगी, और उन्हें समझना अब किसी भी नेता या पार्टी के लिए अपरिहार्य है ताकि वे भविष्य के चुनाव में सफल हो सकें।

  • जेन-जी (13-28 वर्ष) भारतीय राजनीति में एक शक्तिशाली मतदाता वर्ग बन रहा है।
  • युवाओं के लिए इंटरनेट और डिजिटल जुड़ाव राजनीतिक दलों की प्राथमिकता।
  • कांग्रेस और बीजेपी सहित सभी दल युवा मतदाताओं को लुभाने की रणनीति बना रहे हैं।

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Posted on 04 October 2025 | Check चाचा का धमाका.com for more coverage.

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