Policy buzz:

आरएसएस शताब्दी: राष्ट्र निर्माण में संघ की भूमिका पर राजनीति क्या कहती है? Dr Hedgewar Founded Rss Nagpur
नागपुर में, चाचा का धमाका की रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की स्थापना डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार ने 27 सितंबर 1925 को विजयदशमी के पावन पर्व पर राष्ट्र, संस्कृति और समाज के हित में की थी।
अपनी स्थापना के सौ वर्ष पूरे करने जा रहा यह संगठन, देश के सामाजिक और राष्ट्रीय ताने-बाने को मजबूत करने में लगातार सक्रिय रहा है, बावजूद इसके कि इसकी भूमिका को लेकर राजनीति में अक्सर दुष्प्रचार होता रहा है।
संघ ने अपने कार्यों के दम पर करोड़ों लोगों के जीवन को बेहतर बनाते हुए, राष्ट्र निर्माण में पूरी निष्ठा व ईमानदारी से योगदान दिया है।
हालांकि, देश की कुछ राजनीतिक शक्तियाँ संघ के निर्माण के दिन से ही उसके बारे में तरह-तरह का दुष्प्रचार करने में लगी रही हैं।
ये नेतागण, ओछी राजनीति से प्रेरित होकर, यह भ्रम फैलाने का प्रयास करते हैं कि राष्ट्र निर्माण में आरएसएस की कोई भूमिका नहीं रही, जो सरासर गलत है।
आगामी चुनाव या किसी भी राजनीतिक परिदृश्य में, संघ की विचारधारा और उसके कार्यों का प्रभाव स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है, चाहे वे कांग्रेस हो या बीजेपी।
वास्तव में, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के राष्ट्र निर्माण के लिए किए गए कार्यों की लंबी फेहरिस्त यह स्पष्ट करती है कि संगठन ने अपने स्थापना काल से लेकर आज तक देश की एकता और अखंडता को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
संघ निरंतर अपने आदर्शों पर अडिग रहते हुए, भारत को एक सशक्त राष्ट्र बनाने की दिशा में प्रयासरत है, और यह प्रयास किसी भी क्षणिक राजनीतिक स्वार्थ से परे है।
- आरएसएस की स्थापना 1925 में नागपुर में राष्ट्र निर्माण हेतु हुई थी।
- संघ ने सामाजिक-सांस्कृतिक ढांचे को मजबूत किया, राजनीति में भी प्रभाव।
- दुष्प्रचार के बावजूद, संघ करोड़ों लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाया।
Related: Bollywood Highlights | Latest National News
Posted on 02 October 2025 | Keep reading चाचा का धमाका.com for news updates.