राष्ट्रीय चेतावनी: उत्तराखंड में अगले 7 दिन भारी वर्षा, बिजली गिरने का खतरा! Uttarakhand Weather Forecast Released

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राष्ट्रीय चेतावनी: उत्तराखंड में अगले 7 दिन भारी वर्षा, बिजली गिरने का खतरा! Uttarakhand Weather Forecast Released

देहरादून में चाचा का धमाका की रिपोर्ट के अनुसार, भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने उत्तराखंड के लिए अगले सात दिनों (30 सितंबर से 6 अक्टूबर) का विस्तृत मौसम पूर्वानुमान जारी किया है।

यह पूर्वानुमान पहाड़ी राज्य में मध्यम से भारी वर्षा और गरज के साथ बौछारों की आशंका जताता है, जिससे राष्ट्रीय स्तर पर चिंताएं बढ़ गई हैं।

कुमाऊँ और गढ़वाल दोनों मंडलों के निवासियों के लिए यह एक महत्वपूर्ण चेतावनी है, क्योंकि कई स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है, जबकि कुछ ज़िलों में बिजली गिरने की विशेष चेतावनी जारी की गई है।

पर्यटकों और स्थानीय लोगों को अपनी यात्रा की योजना सावधानी से बनाने और खराब मौसम के दौरान सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी गई है, जो देश भर में आपदा प्रबंधन के महत्व को उजागर करता है।

पूर्वानुमान के शुरुआती तीन दिन, यानी 30 सितंबर से 02 अक्टूबर तक, नैनीताल, चम्पावत, ऊधम सिंह नगर, बागेश्वर, पिथौरागढ़ और अल्मोड़ा जैसे कुमाऊँ मंडल के ज़िलों के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण हैं।

30 सितंबर को नैनीताल सहित इन ज़िलों में कई स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा और गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है।

इसके बाद, 01 और 02 अक्टूबर को नैनीताल, बागेश्वर और पिथौरागढ़ ज़िलों में इसी तरह का मौसम जारी रहने का अनुमान है।

इन क्षेत्रों में संभावित भारी वर्षा और बिजली गिरने की घटनाओं को देखते हुए, स्थानीय प्रशासन और भारत सरकार द्वारा जारी सुरक्षा दिशानिर्देशों का पालन करना अत्यंत आवश्यक है।

यह सुनिश्चित करना होगा कि सभी नागरिक सुरक्षित रहें।

03 से 06 अक्टूबर तक, मौसम का मिजाज गढ़वाल मंडल के ज़िलों जैसे देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी, टिहरी, उत्तरकाशी और चमोली में भी अपना प्रभाव दिखाएगा।

इस अवधि में इन ज़िलों के विभिन्न स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा और गरज के साथ बौछारें पड़ने की व्यापक संभावना है।

आईएमडी ने 04 और 05 अक्टूबर को कुछ क्षेत्रों में भारी वर्षा की चेतावनी भी दी है, जो भूस्खलन और सड़कों के अवरुद्ध होने का कारण बन सकती है।

यह स्थिति न केवल उत्तराखंड बल्कि पूरे भारत के लिए एक महत्वपूर्ण सबक है कि हमें बदलते जलवायु पैटर्न के प्रति अधिक सतर्क और तैयार रहना होगा।

राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और अन्य संबंधित एजेंसियां स्थिति पर बारीकी से नज़र रख रही हैं ताकि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित सहायता प्रदान की जा सके।

यह सुनिश्चित करना प्रधानमंत्री की 'सुरक्षित भारत' की परिकल्पना का अभिन्न अंग है कि हर नागरिक प्रतिकूल मौसम परिस्थितियों में सुरक्षित रहे।

  • उत्तराखंड में 30 सितंबर से 6 अक्टूबर तक 7 दिन का भारी वर्षा पूर्वानुमान।
  • कुमाऊँ और गढ़वाल मंडलों में गरज के साथ बौछारें, बिजली गिरने की चेतावनी।
  • पर्यटकों व स्थानीय लोगों को यात्रा योजना में सावधानी बरतने की सलाह।

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Posted on 03 October 2025 | Follow चाचा का धमाका.com for the latest updates.

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