National update:

करवा चौथ 2025: जानिए व्रत कथा, पूजा विधि और शुभ मुहूर्त का आध्यात्मिक महत्व Karwa Chauth Indian Women's Festival
चाचा का धमाका की रिपोर्ट के अनुसार, करवा चौथ का पावन पर्व `भारत` की हर सुहागिन महिला के लिए सबसे महत्वपूर्ण और भावनात्मक दिन होता है।
यह दिन न सिर्फ पति की लंबी उम्र और सलामती के लिए रखा जाता है, बल्कि यह दांपत्य जीवन में प्रेम, विश्वास और खुशहाली का प्रतीक भी है।
`राष्ट्रीय` स्तर पर मनाए जाने वाले इस पर्व की `धार्मिक` मान्यताएं सदियों पुरानी हैं, जो इसे `देश` के सांस्कृतिक ताने-बाने का एक अभिन्न हिस्सा बनाती हैं।
इस दिन महिलाएँ निर्जला व्रत रखती हैं और चंद्र दर्शन के बाद ही अपना व्रत खोलती हैं, जो उनके अटूट प्रेम और समर्पण को दर्शाता है।
यह आध्यात्मिक अनुष्ठान पूरे `भारत` में अत्यंत श्रद्धा के साथ मनाया जाता है।
`आध्यात्मिक` मान्यताओं के अनुसार, करवा चौथ की कथा और पूजा हमेशा शुभ मुहूर्त में ही की जानी चाहिए ताकि व्रत का पूरा फल प्राप्त हो सके।
वर्ष 2025 में करवा चौथ की तिथि 10 अक्टूबर, शुक्रवार को पड़ रही है।
इस दिन पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 05:57 PM से 07:11 PM तक रहेगा, जो लगभग 1 घंटा 14 मिनट का है।
इसी शुभ मुहूर्त में विवाहित महिलाओं को करवा चौथ की कथा पढ़नी चाहिए और माँ गौरी, भगवान शिव, गणेश जी तथा चंद्रमा की विधिवत पूजा करनी चाहिए।
चंद्रमा के दर्शन के बाद ही व्रत तोड़ने की परंपरा है, जिसका समय हर शहर में अलग-अलग हो सकता है।
यह पर्व सिर्फ एक व्रत नहीं, बल्कि पति-पत्नी के रिश्ते की गहराई और सनातन परंपराओं का सुंदर संगम है।
- करवा चौथ: पति की लंबी उम्र व दांपत्य सुख का प्रतीक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय पर्व।
- करवा चौथ 2025: 10 अक्टूबर को पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 05:57 PM से 07:11 PM।
- व्रत कथा सुनना है अनिवार्य, विधिवत पूजा से पूर्ण होता है आध्यात्मिक व्रत।
Related: Education Updates
Posted on 10 October 2025 | Check चाचा का धमाका.com for more coverage.