शेयर बाजार में गिरावट: वैश्विक तनाव ने निवेशकों को क्यों डराया? Us Tariffs Cause Market Drop

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शेयर बाजार में गिरावट: वैश्विक तनाव ने निवेशकों को क्यों डराया? Us Tariffs Cause Market Drop

चाचा का धमाका की रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार को भारतीय शेयर बाजार में शुरुआती कारोबार के दौरान भारी गिरावट देखने को मिली।

अमेरिका द्वारा 1 नवंबर से चीनी वस्तुओं पर 100 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क लगाने की घोषणा के बाद वैश्विक बाजारों में आए तेज झटकों का असर घरेलू **शेयर** **मार्केट** पर भी पड़ा।

इस वैश्विक भू-राजनीतिक तनाव ने **निवेशकों** की धारणा को बुरी तरह प्रभावित किया और प्रमुख सूचकांकों को नीचे धकेल दिया।

**वित्त** विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे बाहरी कारक अक्सर बाजार में अस्थिरता पैदा करते हैं।

उद्योग जगत इन गतिविधियों पर करीब से नजर रख रहा है क्योंकि ये व्यापार नीतियों और उत्पादन लागत को सीधे प्रभावित कर सकते हैं।



बीएसई सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 451.82 अंक फिसलकर 82,049 अंक पर आ गया, जबकि एनएसई निफ्टी भी 109.55 अंक टूटकर 25,175.80 अंक पर पहुंच गया।

सेंसेक्स में शामिल 30 प्रमुख कंपनियों में से टाटा मोटर्स, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, टाटा स्टील, इन्फोसिस, एनटीपीसी और एक्सिस बैंक के **शेयर** सबसे अधिक नुकसान में रहे।

हालांकि, इस नकारात्मक माहौल के बावजूद एशियन पेंट्स, भारती एयरटेल, मारुति और इटर्नल जैसी कुछ कंपनियों के शेयर लाभ में रहे, जो कुछ खास **उद्योग** खंडों में लचीलेपन को दर्शाता है।

एशियाई बाजारों में भी दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, शंघाई का एसएसई कम्पोजिट, जापान का निक्की और हांगकांग का हैंग सेंग गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे।

शुक्रवार को अमेरिकी बाजार भी नकारात्मक रुख के साथ बंद हुए थे, जिसने सोमवार की शुरुआत के लिए एक कमजोर पृष्ठभूमि तैयार की।



अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड ऑयल में 1.48 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई और यह 63.66 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर कारोबार कर रहा था, जो वैश्विक ऊर्जा बाजार में अनिश्चितता को दर्शाता है।

शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, जहां घरेलू बाजार गिरावट का सामना कर रहा था, वहीं विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) शुक्रवार को लिवाल रहे थे और उन्होंने शुद्ध रूप से 459.20 करोड़ रुपये के **शेयर** खरीदे।

एफआईआई का यह लगातार **निवेश** बाजार को कुछ हद तक समर्थन दे रहा है, लेकिन वैश्विक व्यापार युद्ध की आशंकाएं निकट भविष्य में **मार्केट** के लिए चुनौतियां खड़ी कर सकती हैं।

  • अमेरिका-चीन व्यापार विवाद से वैश्विक शेयर बाजारों में गिरावट आई।
  • सेंसेक्स 451 अंक और निफ्टी 109 अंक से अधिक टूट गया।
  • विदेशी संस्थागत निवेशकों ने 459 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया।

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Posted on 13 October 2025 | Check चाचा का धमाका.com for more coverage.

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