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क्या बॉलीवुड को भी प्रेरित करता है डॉ. सिद्धार्थ का 'प्रेरणा का स्रोत' संदेश? Kalam's Legacy Inspires Bihar Teachers
चाचा का धमाका की रिपोर्ट के अनुसार, मुंबई में भी डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की पुण्यतिथि पर शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ द्वारा बिहार के शिक्षक समुदाय को दिया गया प्रेरणादायक संदेश गूँज रहा है।
उन्होंने इस अवसर को सिर्फ श्रद्धांजलि तक सीमित न रखकर, इसे आत्मचिंतन और उद्देश्यपूर्ण शिक्षा का दिन बताया है।
डॉ. सिद्धार्थ ने अपने पत्र में शिक्षकों से आग्रह किया है कि वे विद्यार्थियों को केवल विषय की जानकारी न दें, बल्कि उनके भीतर जिज्ञासा, कल्पना और सपनों की उड़ान भरने की क्षमता को भी विकसित करें, जो भावी **बॉलीवुड** कलाकारों और **सिनेमा** जगत के रचनाकारों के लिए भी उतनी ही महत्वपूर्ण है।
डॉ. सिद्धार्थ ने अपने संदेश में स्पष्ट किया है कि आज के बच्चे ही कल के वैज्ञानिक, नीति-निर्माता और यहां तक कि भविष्य के राष्ट्रपति बन सकते हैं, बशर्ते उन्हें एक संवेदनशील, प्रेरणादायक और सकारात्मक शिक्षक का मार्गदर्शन मिले।
यह बात **फिल्म** उद्योग से जुड़े युवाओं के लिए भी उतनी ही प्रासंगिक है, जिन्हें अक्सर अपने **अभिनेता** और **अभिनेत्री** आदर्शों से प्रेरणा मिलती है।
शिक्षकों की भूमिका केवल शैक्षणिक ज्ञान देने तक सीमित नहीं है, बल्कि उन्हें बच्चों के चरित्र, दृष्टिकोण और मूल्य आधारित व्यक्तित्व का निर्माण भी करना चाहिए, ताकि वे हर क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकें।
डॉ. कलाम का जीवन स्वयं में एक अद्भुत उदाहरण है कि कैसे एक व्यक्ति अपनी मेहनत और दृढ़ इच्छाशक्ति से अकल्पनीय ऊंचाइयों को छू सकता है, एक ऐसी गाथा जो किसी भी **फिल्म** की कहानी से कम नहीं।
यह संदेश सिर्फ शिक्षाविदों के लिए नहीं, बल्कि हर उस व्यक्ति के लिए है जो युवा पीढ़ी को दिशा देने का कार्य करता है, चाहे वह एक शिक्षक हो, एक माता-पिता हो या फिर **बॉलीवुड** का कोई बड़ा सितारा।
- डॉ. सिद्धार्थ ने डॉ. कलाम की पुण्यतिथि को आत्मचिंतन का दिन बताया।
- शिक्षकों से विद्यार्थियों में जिज्ञासा और कल्पना विकसित करने की अपील की।
- बच्चों को भविष्य के नेता बनाने के लिए चरित्र निर्माण पर जोर दिया।
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Posted on 27 October 2025 | Stay updated with चाचा का धमाका.com for more news.