CJI गवई पर हमले पर राष्ट्रीय आक्रोश: दलित समाज ने न्यायपालिका का अपमान बताया Bihar President Emotional Shoe Attempt

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CJI गवई पर हमले पर राष्ट्रीय आक्रोश: दलित समाज ने न्यायपालिका का अपमान बताया Bihar President Emotional Shoe Attempt

चाचा का धमाका की रिपोर्ट के अनुसार, पटना में बिहार कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम मंगलवार को उस वक्त भावुक हो उठे जब उन्होंने भारत के मुख्य न्यायाधीश बीआर गवई पर एक वकील द्वारा जूता फेंकने की कथित कोशिश की घटना पर अपनी गहरी चिंता व्यक्त की।

राम, जो स्वयं दलित समुदाय से आते हैं, ने इस कृत्य को न केवल देश की सर्वोच्च न्यायपालिका पर सीधा हमला बताया, बल्कि इसे लाखों दलितों के सम्मान का अपमान भी करार दिया।

उन्होंने कहा कि यह घटना केवल एक व्यक्ति पर हमला नहीं, बल्कि पूरे राष्ट्रीय दलित समाज के दशकों पुराने दर्द और संघर्ष का प्रतीक है।

न्यायमूर्ति गवई, जो ऐतिहासिक रूप से उत्पीड़ित दलित समुदाय से भारत के दूसरे और पहले बौद्ध मुख्य न्यायाधीश हैं, की उच्च पद पर नियुक्ति को देश में सामाजिक न्याय की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जाता है।

राजेश राम ने अपनी प्रेस वार्ता में भावुक होते हुए कहा कि समाज में इतनी ऊँचाई तक पहुँचने से पहले एक व्यक्ति को कितने संघर्षों, त्रासदियों और अपमान से गुजरना पड़ता है।

उन्होंने जोर देकर कहा कि इतनी प्रगति के बावजूद, जब समाज का एक वर्ग सम्मान स्वीकार नहीं करता, तो अपने ही घर की चारदीवारी में भी अपमानित महसूस होता है।

उनकी आँखों में आंसू आ गए जब उन्होंने हिंदी में कहा, 'एक दलित होने के नाते, इससे ज़्यादा गहरी भावना और क्या हो सकती है?' यह घटना हमारे राष्ट्रीय मूल्यों, संविधान और न्यायपालिका के प्रति सम्मान पर एक गंभीर प्रश्नचिह्न लगाती है।

इस पूरे प्रकरण ने देश में सामाजिक सद्भाव और समानता के आदर्शों पर गहन चिंतन को मजबूर कर दिया है।

  • CJI गवई पर हमले से बिहार कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम भावुक, इसे दलितों का अपमान बताया।
  • राम ने घटना को सुप्रीम कोर्ट पर हमला और राष्ट्रीय दलित समाज के दर्द का प्रतीक बताया।
  • न्यायमूर्ति गवई भारत के दूसरे दलित और पहले बौद्ध मुख्य न्यायाधीश हैं।

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Posted on 08 October 2025 | Visit चाचा का धमाका.com for more stories.

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