प्रक्षेत्र दिवस के अवसर पर कृषकों ने सीखी आधुनिक तकनीकें......


शिवपुरी, 08 अक्टूबर 2025/ भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय की तिलहन प्रक्षेत्र विस्तार योजना अंतर्गत खरीफ 2025 में तिलहनी फसल सोयाबीन (किस्म आर.व्ही.एस.एम.-1135) के क्लस्टर प्रक्षेत्र प्रदर्शन शिवपुरी जिले के विभिन्न विकासखण्डों में आयोजित किए जा रहे हैं। इस कार्यक्रम का संचालन कृषि विज्ञान केंद्र, शिवपुरी के माध्यम से केन्द्र प्रमुख डॉ. पुनीत कुमार के कुशल मार्गदर्शन में किया जा रहा है।

प्रक्षेत्र दिवस का आयोजन आज बुधवार को विकासखण्ड कोलारस के ग्राम नेतवास में किया गया, जहां कृषकों को सोयाबीन की उन्नत किस्म (आर.व्ही.एस.एम.-1135) की विशेषताओं, उत्पादन तकनीक और फसल की कटाई हेतु मशीनीकरण की जानकारी दी गई। कार्यक्रम के प्रभारी डॉ. प्रशान्त कुमार गुप्ता, वरिष्ठ वैज्ञानिक (उद्यानिकी) ने बताया कि जिले के कोलारस और शिवपुरी विकासखण्डों के 75 कृषकों के खेतों पर इस उन्नत किस्म के प्रदर्शन डाले गए हैं। यह सोयाबीन की मध्यम अवधि (95-100 दिन) की किस्म है, जो मध्यप्रदेश की जलवायु के लिए उपयुक्त है। इसका पौधा 45-50 सेंटीमीटर तक बढ़ता है जिससे इसकी मशीन द्वारा कटाई संभव है और इसकी औसत उत्पादन क्षमता 25 से 30 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है।



कार्यक्रम के दौरान डॉ. प्रशान्त कुमार गुप्ता ने सोयाबीन की फसल की उपयुक्त तुड़ाई अवस्था पर प्रकाश डाला। श्री विजय प्रताप कुशवाह ने तुड़ाई में मशीनीकरण के लाभों की जानकारी दी तथा डॉ. सुरुचि सोनी ने सोयाबीन से बनने वाले विभिन्न उत्पादों एवं उनके मूल्य संवर्धन के बारे में बताया। इसके पश्चात वैज्ञानिकों एवं कृषकों ने संयुक्त रूप से प्रक्षेत्र भ्रमण किया और फसल की गुणवत्ता एवं विकास की समीक्षा की।

इस आयोजन में लगभग 60 कृषक एवं कृषक महिलाएं उपस्थित रहीं। कार्यक्रम में सृजन संस्था, कोलारस विकासखण्ड का भी सक्रिय सहयोग रहा। वैज्ञानिकों ने कृषकों से आग्रह किया कि वे उन्नत किस्मों, वैज्ञानिक विधियों और मशीनीकरण को अपनाकर उत्पादन एवं आय में वृद्धि करें ताकि शिवपुरी जिला तिलहनी फसलों के उत्पादन में नई पहचान स्थापित कर सके।


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