विकास परिषद शाखा शिवपुरी ने मनाया शरद पूर्णिमा उत्सव
शिवपुरी-समाजसेवी संस्था भारत विकास परिषद शाखा शिवपुरी के द्वारा बीती रात्रि को गजल संध्या के रूप में शरोत्सव कार्यक्रम का आयोजन स्थानीय होटल कमला हैरीटेज परिसर में किया गया। इस अवसर पर ग्वालियर से आए गजल कलाकारों के द्वारा शानदार गजलों की प्रस्तुति देकर इस भव्य आयोजन में शरद पूर्णिमा उत्सव मनाया गया।
कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए समाजसेवी संस्था भारत विकास परिषद शाखा शिवपुरी अध्यक्ष एड. शैलेन्द्र समाधिया व सचिव पुनीत जैन ने संयुक्त रूप से बताया कि भारतीय तीज-त्यौहारों को लेकर संस्था के द्वारा प्रतिवर्ष अनेकों कार्यक्रम आयोजित किए जाते है। इसी क्रम में बीती रात्रि को शरदपूर्णिमा के उपलक्ष्य में संस्था के द्वारा शरदोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें ग्वालियर के प्रसिद्ध गजलकार राजेन्द्र पारिक की गजलों ने समां बांधा और उनके सहयोगी संगीत की सुमधुर लहरों पर साथ देते हुए नजर आए। इस दौरान कार्यक्रम की शुरूआत सर्वप्रथम भारत विकास परिषद शाखा शिवपुरी के द्वारा माता लक्ष्मी पूजन एवं आरती सहित दीप प्रज्जवलन के साथ की गई, चूंकि शरदपूर्णिमा का उत्सव था इसलिए दीपों को जलाकर ही चांदनी की रोशन में भव्य शरदोत्सव का आयोजन किया गया। जहां ग्वालियर चंबल सभाग के सर्व प्रथम गज़़ल गायक कलाकार राजेन्द्र पारिक की स्वर लहरियां में सााि देने वाले उनकी संगीत कलाकारों की टीम में शामिल कोरस पर सोनू दुबे जो कि पारीक जी के परम शिष्य हैं, कीबोर्ड पर शहर के वरिष्ठ कलाकार दीपक सोनी, तबला पर सलमान रेहान खान जो ग्वालियर के होटल तानसेन में तबला संगत करते है एवं ऑक्टोपैड पर अनिल वर्मा जो कि ग्वालियर के युवा और मंजे हुए कलाकार हैं का उनके अपने-अपने वाद्य यंत्रों के साथ स्वागत सत्कार संस्था के पदाधिकारी व सदस्यों के द्वारा किया गया। शरदोत्सव की शुरूआत करते हुए ग्वालियर से आए गजलकार राजेंद्र पारीक ने सर्वप्रथम चांदनी रात को ध्यान में रखते हुए गजल प्रस्तुत की जिसमें कहा...तुमको देखा तो ये ख्याल आया,,,जिंदगी धूप तुम घना साया,, इसके साथ ही अपनी अगली गजल में चांद को अपनी सुरीली आवाज में बांधते हुए गजल ...चांदी जैसा रंग हैं, तेरा सोने जैसे बाल, एक तू ही धनवान है गोरी, बाकी सब कंगाल, जैसी गजलों से पूरे आयोजन में समां बांधा दिया। इसके साथ ही ...हुस्न को चांद जवानी को कमल कहते है व होश वालों को खबर क्या, जिंदगी क्या चीज है, इश्क कीजे फिर समझिए, जिंदगी क्या चीज है जैसी गजलों की भी प्रस्तुति दी गई। संस्था के इस शरदोत्सव कार्यक्रम में संस्था अध्यक्ष सचिव सहित कोषाध्यक्ष सुकेश मित्तल, हेमंत ओझा, साकेत गुप्ता, सतीश शर्मा एलआईसी, पारस जैन, पुनीत गोयल, हरिशरण गुप्ता, अशोक जैन, पंकज जैन, समीर, शैलेन्द्र मित्तल, दिनेश जैन, धर्मेन्द्र जैन आदि सहित संस्था के अन्य पदाधिकारी व महिला सदस्यगण मौजूद रही। कार्यक्रम का सफल संचालन संजीव जैन ने जबकि आभार संस्था सचिव पुनीत जैन के द्वारा व्यक्त किया गया। कार्यक्रम समापन पर गजल कलाकार सहित उनकी पूरी टीम का अभिनंदन शॉल-श्रीफल एवं उपहार भेंट कर किया गया।