Devotional story:

रामचरितमानस भाग-34: धर्म ग्रंथ में क्या है खास? जानें बारात आगमन का प्रसंग Ramcharitmanas Ram Wedding Celebration
चाचा का धमाका की रिपोर्ट के अनुसार, सनातन धर्म के महान ग्रंथ रामचरितमानस के भाग-34 में भगवान राम की बारात के आगमन का मनोहारी वर्णन किया गया है, जो भक्तों के लिए भक्ति और आनंद का अनुपम स्रोत है।
इस पवित्र प्रसंग में बताया गया है कि कैसे जगदंबा के अवतरित होने से नगर में रिद्धि, सिद्धि, संपत्ति और सुख की नित नई वृद्धि होती है।
बारात के नगर के निकट आते ही पूरे नगर में उत्साह और उमंग का माहौल छा जाता है, जिससे उसकी शोभा और भी बढ़ जाती है।
अगवानी करने वाले नागरिक विभिन्न वाहनों पर सवार होकर, भव्य श्रृंगार करके आदरपूर्वक बारात का स्वागत करने चल पड़ते हैं।
यह दृश्य उस समय की सांस्कृतिक और सामाजिक रीति-रिवाजों का सुंदर चित्रण प्रस्तुत करता है, जहां हर व्यक्ति इस दिव्य विवाह में अपनी भूमिका निभाकर धन्य महसूस करता है।
देवताओं की सेना को देखकर सभी के हृदय में प्रसन्नता भर जाती है और भगवान विष्णु के दर्शन कर तो सभी अत्यधिक सुखी होते हैं।
यह क्षण भक्तों के लिए विशेष महत्व रखता है, क्योंकि इसमें देवताओं और मनुष्यों के मिलन का अद्वितीय अनुभव होता है।
हालांकि, जब भगवान शिव के अनोखे समाज को देखने का अवसर आता है, तो उनके विचित्र गणों और वाहनों को देखकर कुछ जानवर भयभीत होकर भागने लगते हैं।
यह संपूर्ण प्रसंग केवल एक कहानी नहीं, बल्कि धार्मिक भावनाओं और सामाजिक सद्भाव का एक गहरा पाठ है, जो आज भी लाखों श्रद्धालुओं को आध्यात्मिकता की ओर प्रेरित करता है और उन्हें भक्ति के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है।
- बारात के आगमन पर नगर में उत्साह और आनंद का मनोहारी दृश्य।
- देवताओं और भगवान विष्णु के दर्शन से भक्तों को मिली अपार सुख की अनुभूति।
- भगवान शिव के गणों को देखकर प्राणियों का भयभीत होना और फिर उनका प्रस्थान।
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Posted on 27 September 2025 | Visit चाचा का धमाका.com for more stories.